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Tuesday, April 03, 2007

हमारी देश वापसी

हमारी देश वापसी

तो भय्या हम देश वापस आ गये। सफ़र बहुत ही अछा रहा, हवाई जहाज से आये न। Seattle Airport पर बहूत मित्र लोग आये, काफ़ी अन्श्रुपूर्न विदाई रही, 5 साल बाद मित्रो से अलग होते हुए बहुत दुख हो रहा था, लेकिन अमरिका से वापस तो जाना था और हिन्दुस्तान वापस जाने कि खुशी।

तो भय्या हम देश वापस आ गये। और सिर्फ़ हम हि वापस नहि आये, हमारे 1 मित्र अभिशेक और नीतू भी वापस आये। और वापसि सिर्फ़ हमारि नही हुई, वापसी हुई किन्ग खान कि दूरदर्शन पर, वापसी हुई कौन बनेगा … कि, वापसी हुई करमचन्द कि, वापसी हुई कहानी घर घर कि पार्वति कि, वापसि हुई सास भी कभी बहु थी कि दकशा चाची कि, वापसी हुइ close-up अन्तराश्रि कि, वापसी हुई सौरभ गान्गुली कि, सेहवाग का आवन जावन, सचिन का फ़ोर्म मे वापस आना। और ये वापसी का ऐसा चक्कर चला की Team-India विश्व कप से खाली हाथ वापस आ गयी। पाकिस्तान के बाहर होने के बाद हमारे पास विश्व कप का मकसद हि नही बचा था, खेर जाने दिजिये।

तो भय्या हम देश वापस आ गये। दिल्ली मे मौसम थोड़ा सर्द था, और 4 बातो का बाजार गरम था, निठारि कांड, अभिशेक – ऐश्वर्य की सगाई, शिल्पा शेट्टी का इंगलैंड मे अपमान, और भारत विश्व कप मे क्या गुल खिलायेगा। भारत ने आखिर विश्व कप मे गुल तो खिला दिये, लेकिन इन समाचार वालो ने और भूतपूर्व खिलाड़ियों ने खूब पेसा बनाया, ऐसे ऐसे खिलाडी analysis कर रहे थे जो कभी टीम मे होते हुए भी dressing room से बाहर नही निकले, और निकले तो सिर्फ़ पानी पिलाने के लिये। अभिशेक – ऐश्वर्य की सगाई का समाचार वाले पल – पल की खबर दे रहे थे, इतनि कि जितनि बड़े बच्च्न सहाब को भी नही होगी, लाइव केमरे लगा रखे थे, और सब्से तेज खबर देने मे लगे हुये थेइधर इनकी सगाई की चर्चा चल रही थी, उधर अरून – लिज़ शाही शादि कर निकल भी लिये। शिल्पा शेट्टी के अपमान से पूरा भारत और अपमानित मेह्सूस कर रहा था, वैसे पूरे भारत शिल्पा का तो मुझे पता नही लेकिन समाचार वाले सबसे ज्यादा अपमानित थे और सब्से ज्यादा हल्ला मचा रहे थे और खबर बेच रहे थे।

तो भय्या हम देश वापस आ गये। और मौके की नजाकत को समझते हुए हमारे घर वालो ने भी दावत का ऐलान कर दिया, मजाक मजाक मे 2 दावत हो गयी और मजाक मजाक मे सभी लोग आ गये, सभी बहुत खुश थे, और एक ही बात पूछ रहे थे कि अपने देश आकर केसा लग रहा हें । हमारा भी एक ही जवाब कि आप लोगो को बहुत याद आ रही थी तो ज्यादा दिन नही रहा गया। लेकिन एक और सवाल, वापस तो नही जाओगे अब?

तो भय्या हम देश वापस आ गये। बच्चे बहुत मजा कर रहे थे, सभी रिश्तेदारों का आना जाना, हमारा भी आना जाना, जी भर कर KBC, Laughter Challenge, Cricket, और सास भी कभी बहु थी” देखा। 2-3 फ़िल्म भी देख ली, क्या शान्दार पिक्चर हाल बन गये हे देश मे, बिल्कुल सोफ़ा माफ़िक बेठ्ने का इन्तेजाम, बच्चो ने तो लेट कर देखा।

तो भय्या हम देश वापस आ गये, और मजाक मजाक में हमारे बंगलौर जाने का समय भी आ गया। बंगलौर पहुच गये, बंगलौर पहुच कर करं एक Seattle वाले मित्र कि बात याद आई, जितने लोग तुझको see off करने आय्न्गे उतने लोग ंगलौर मे लेने नही आयेन्गे, और ये बात सच थी, airport पर receive करने वाला सिर्फ़ car driver था। ंगलौर का Traffic जैसा सुना था, उस्से थोड़ा कम खराब था, शायद हमारी expectations ज्यादा थी, या हम drive नही कर रहे थे। बंगलौर का मौसम मस्त था, Traffic सुस्त था और Pollution जबर्दस्त था।

तो भय्या हम देश वापस आ गये, ओफ़िस जोइन कर लिया, पुराने साथियो से मिले, Manager से मिले, पेहले दिन ही तकरार हो गयी, वो बोला Laptop लो हमने कहा Desktop with 20 inch Monitor दो, लेकिन Manager तो Manager होता हें। Cubicle देखकर बहुत निराशा हुई, बहुत छोटा, window cube कि बहुत याद आई। खेर हमने मौका देख कर दो Cubicle हथिया लिये, Manager ने पूछा दो किस लिये, हमने कहा दूसरा Desktop with 20 inch Monitor के लिये।

तो भय्या हम देश वापस आ गये, काम धीरे धीरे चल रहा हे, बिवी, बच्चे भी आ गये हे, अब बेटे का स्कूल और रेहने के लिये ठिकाना तलाश मे लग गये हे, आगे कि कहानी, हमारी जबानी, अगले अन्क मे।

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