Aisa hi hoon mein

Sunday, December 21, 2008

Movie Review : Rab ne band di jodi: Cost cutting ka jamana

मूवी: Rab ne band di jodi
कास्ट: शाहरुख़ खान, अनुष्का शर्मा, विनय पाठक
निर्देशक: आदित्य चोपडा
म्यूजिक: सलीम सुलेमान

भाई बॉलीवुड में भी मंदी का असर साफ़ दिख रहा हैं, नही यकीन तो "रब ने बना दी जोड़ी" देख लो। इतने बड़े निर्देशक और इतने बड़े हीरो शाहरुख़ खान की फ़िल्म वो भी साल के अंत में, और कलाकार कितने, ३, गाने कितने, ४, स्विट्जरलैंड भी नही ले गए यश जी, जापान भी ले गए तो शाहरुख़ खान को तो वो भी सिर्फ़ तस्वीरों में। १ थिएटर में १ ही समय में ३ शो, पूरी फ़िल्म २ सेट्स में ही निकल गई। यश जी ने इतनी कोस्ट कटिंग की हैं की त्रिकोणीय प्रेम कहानी में तीसरा किरदार भी शाहरुख़ खान से ही करा लिया।

यश जी की सभी फिल्म्स की तरह ये फ़िल्म भी गाने से शुरू होती हैं, शाहरुख़ खान पंजाब पॉवर में नौकरी करने वाले, शादी कर लाते हैं। बहुत सीधे हैं शाहरुख़, पत्नी का प्यार पाने के लिए अपना रूप बदल लेते हैं, यहाँ भी कोस्ट कटिंग, रूप बदलने के लिए सिर्फ़ मूछ ही कटाते हैं और थोड़े से सस्ते कपड़े। और उनकी पत्नी, पता नही अपने पति को बिना मूछ के पहचानती ही नही और उनसे प्यार करने लगती हैं। खेर बाद में सब सेटल हो जाता हैं और फ़िल्म की हैप्पी एंडिंग हो जाती हैं, जापान वाली तस्वीरो में।

फ़िल्म की स्टोरी बहुत ही सिंपल हैं, बिल्कुल हिरोइन की तरह। विनय पाठक का रूप थोड़ा अलग हैं, गाने भी ठीक ही हैं। शाहरुख़ का १ अंदाज हो गया हैं की अपने १ गाने में सभी हेरोइंस को बुलाना, काजोल, प्रीति, रानी, लारा, विपाशा। कुछ रोमान्टिक्स हीरो की याद दिलाई, अमित जी बच्चन जी की नही, वो तो एक्शन हीरो हैं ना।

शाहरुख़ खान के फेंस को पसंद आ सकती हैं। हम भी ऐसे फेंस की, बंगलोर के लिए ६:०० बजे निकलना हैं लेकिन निकलने से पहले पहला शो १२ बजे का जरूर देखने गए गाजिअबाद मेंन।

ब्लॉग भी छोटा ही लिख रहा हूँ, कोस्ट कटिंग का जमाना हैं।

Disclaimer: Kripya is review ko padkar movie dekhne na dekhne ka aadhar na banaye। Movie jaisei bhi lage, apan uski koi jimmedari nahilenge. Aapka koi bhi statement hame ya hamre keyboard ya hamari prernako offensive feel kara sakta hein. Aur kripya comments is blog perchode.

1 Comments:

  • बहुत बढ़िया उपांशु भाई | मैने भी ये फिल्म देखी गत ब्रहस्पति वार को | आपकी टिप्पणी से पूरी तरह से सहमत हू | अपने ब्लॉग पर भी रिव्यू लिखने का विचार है |

    राम राम
    नंदन

    By Blogger Nandan Jha, at 9:04 PM, December 21, 2008  

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